मेहनत ऐसी कि किस्मत भी बोल उठी ये तो तेरा हक़ है
देशव्यापी लॉकडाउन के कारण देश के कई हिस्सों में लोगों का जीवन खासा प्रभावित हुआ है| इसके चलते न केवल उनका रोज़गार छिन गया है, बल्कि रोजी-रोटी के भी लाले पड़ गए हैं| संकट की इस घड़ी में प्रशासन के साथ ही जनता भी मानवता और मदद की नयी मिसाल पेश कर रही है|
इस संकट में असम के डिब्रूगढ़ जिले की एक छात्रा Janmoni Gogoi अपना परिवार चलाने के लिए साइकिल पर सब्जी बेच रही थी| घर-घर जाकर सब्जी बेचकर अपने परिवार का पेट भरने वाली जनमोनी की मदद के लिए असम पुलिस आगे आयी और उसे एक दोपहिया वाहन गिफ़्ट में दिया है, जिससे अब उसे सब्जी बेचने में आसानी होगी|
सूत्रों के अनुसार असम में लॉकडाउन के चलते बाजार बंद होने की वजह से ये स्कूली छात्रा अपनी साइकिल पर सब्जी बेचने के लिए घर-घर जाती थी| इस बीच सब्जी बेचते हुए Janmoni Gogoi की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें उसकी साइकिल के करियर पर एक टोकरी नजर आ रही है और हैंडल पर बड़े-बड़े बैग लटके हुए हैं|
इस बीच एसपी श्रीजीत टी के साथ जिला पुलिस के बड़े अधिकारियों को सोशल मीडिया के जरिए जानमोनी के बारे में पता चला| छात्रा के संघर्ष को देखते हुए, डिब्रूगढ़ पुलिस ने Janmoni Gogoi को एक दोपहिया वाहन भेंट किया है| डिब्रूगढ़ पुलिस ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी|
डिब्रूगढ़ जिला पुलिस की एक टीम ने पुलिस उपाधीक्षक (हेड क्वार्टर) पल्लवी मजूमदार के नेतृत्व में जनमोनी गोगोई के घर जाकर उसे आर्थिक मदद देने की बात कही| पुलिस उप अधीक्षक पल्लवनमुमेदर ने बताया कि जममोनी ने अपने स्वाभिमान की वजह से आर्थिक सहायता लेने से इनकार कर दिया| इसलिए उन्होंने उसे मोपेड बाइक भेंट की है ताकि वो अपनी सब्जियों को अधिक मात्रा में और आराम से ले जा सके|
आपको बता दें कि Janmoni Gogoi डिब्रूगढ़ जिले के बोगीबील इलाके की रहने वाली है| वो अपने माता-पिता के साथ रहती है| उसने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद परिवार की जिम्मेदारी उठा ली और बाजार में अपनी मां के साथ सब्जियां बेचना शुरू कर दिया| हालांकि अन्य छात्राओं की तरह उसका सपना भी उच्च शिक्षा हासिल करने का है|
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