Gautam Kumawat के शौक ने पहुँचाया उन्हें बुलंदियों तक
किसी ने सही कहा है,किसी चीज़ को सच्चे दिल से चाहो तो वो मिलती जरूर है| जी हाँ, 22 साल के Gautam Kumawat एक Cyber crime Investigator और एक Cyber security expert हैं, जिन्होंने खुद के बलबूते आज अपने आप को एक अलग पहचान दी है|
Gautam Kumawat, राजस्थान के पिलानी के एक छोटे से गाँव से हैं| उन्होंने अपनी 5वीं तक की पढाई गाँव के ही सरकारी प्राइमरी स्कुल से पूरी की| यद्पि, आगे की पढाई के लिए उनके गाँव में कोई स्कुल नहीं था, इसलिए वो रोज पास के शहर के एक स्कुल पढ़ने जाते थे| उसके बाद वो आगे की पढाई के लिए जयपुर शहर आ गए| लेकिन, शहर आकर उनका पढाई का स्तर बहुत गिर गया और 10th के हाफ इयरली एक्साम्स में उनके केवल 47% अंक आये|
11वीं में maths लेते वक़्त उनके प्रिंसिपल ने उनके पिता को कहा था कि वो आर्ट के लिए भी क्वालिफाइड नहीं है| लेकिन, स्कुल पास करने के 2 साल बाद ही स्कुल के प्रिंसिपल ने Gautam को स्कुल के ही एक cyber crime case के लिए बुलाया| ये पल उनके लिए गर्व का सबसे बड़ा पल था|
Gautam Kumawat के अनुसार, स्कुल तक उनका इस फील्ड में कोई इंटरेस्ट नहीं था| लेकिन, स्कुल ख़त्म होने के बाद एक दिन किसी ने उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया| इस वजह से उन्हें बहुत गुस्सा आया| एक दोस्त के कहने पर उन्होंने उस इंसान के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट की, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कुछ नहीं किया| उन्हें नहीं पता कि पुलिस ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया| शायद, उन्हें cyber-field कि कोई जानकारी नहीं थी या ये एक बच्चे का केस था| इसलिए Gautam ने खुद इस मामले कि इन्वेस्टीगेशन कि और पुलिस अफसर को पुरे एविडेंस दिखाए| और इस तरह गौतम के लिए cyber crime investigation and ethical hacking एक शौक बन गया|
कहते हैं प्रेरणा खुद अंदर से आती है|Gautam के अंदर भी ये जानने कि भूख थी कि हैकर्स सिस्टम्स को हैक कैसे करते हैं और हम अपनी साइबर सिक्योरिटी को कैसे एनहान्स कर सकते हैं| पुलिस और एजेंसीज के cyber related cases को सॉल्व करने कि ख़ुशी ने गौतम को साइबर एरिया में और रिसर्च करने के लिए प्रेरित किया|
Gautam Kumawat कई कॉर्पोरेट कंपनीज़ को consultancy services देने के साथ-साथ states police, Indian army, CBI और कई law enforcement एजेंसीज को cyber crime investigation और complex cyber crime cases को सॉल्व करने में भी मदद करते हैं| साथ ही वो विदेशी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज को ऑनलाइन ट्रेनिंग भी देते हैं| इसके साथ ही वो 160 से ज्यादा देशों के 25,000 से ज्यादा स्टूडेंट्स को Ethical Hacking, Cyber Security, Computer Forensics और Darknet पर framed-video courses भी देते हैं|
गौतम Dr APJ Kalam से इंस्पायर हैं और उनका मानना है कि किसी को उसका सपना पूरा करने में मदद करना और उनका भविष्य बनाने से बड़ा नेक काम कोई नहीं है और वो वही कर रहे हैं|
Gautam ने बताया कि जब उनके पास पहला डेस्कटॉप कंप्यूटर आया तो उस वक़्त उनके पास कोई इंटरनेट कनेक्शन नहीं था| इसलिए वो, एयरटेल और रिलायंस के जीरो-बैलेंस से इंटरनेट एक्सेस करते थे| लेकिन इंटरनेट उसे करते वक़्त स्पीड ओवरलोड कि वजह से बहुत कम होती थी, जिसकी वजह से अच्छी स्पीड पाने के लिए वो रोज़ सुबह 4 बजे उठकर ब्राउज़िंग और डाउनलोडिंग का काम करते थे|
उनका मानना है कि ज़िंदगी में कई बार ऐसा वक़्त आता है, जब मुश्किलों में हमें लगता हमें सबकुछ छोड़ देना चाहिए| लेकिन लाइफ चैलेंजेज, रजेक्शन्स और फ़ैलीएर्स से भरी है और यही चैलेंजेज और स्ट्रगल्स उन्हें कोई भी प्रॉब्लम सॉल्व करने कि ताकत और नयी चीज़ों को सीखने का उत्साह देती हैं|
Gautam Kumawat को इस वाक्य ने हमेशा इंस्पायर किया है : “Work until your Idols become your Rivals.”
(हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं )