लस्सी बेचने वाले की बेटी ने किया नाम रोशन
‘मन की बात’ के 51वें कार्यक्रम में पीएम मोदी नरेंद्र मोदी ने 16 साल की रजनी नाम की लड़की की तारीफ करते हुए बताया कि कैसे उसने बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल हासिल किया| हाल ही में चर्चा में आईं रजनी ने एक बॉक्सर हैं, जिन्होनें “जूनियर नेशनल महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप” में गोल्ड मेडल हासिल किया है|
रजनी ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में दूसरे “जूनियर महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप” में 46 किलोग्राम में उत्तर प्रदेश की रागिनी उपाध्याय को 3-0 से हराकर जीत हासिल की थी|
पीएम मोदी ने जिक्र करते हुए बताया कि रजनी ने गोल्ड मेडल हासिल करने के तुरंत बाद ही पास के दूध की दूकान पर जाकर एक गिलास दूध पिया और उसके बाद अपने मेडल को एक कपड़े में लपेट कर बैग में रख लिया| लोग इस बात से हैरान थे कि मेडल हासिल करने के तुरंत बाद रजनी ने दुकान में जाकर एक गिलास दूध क्यों पिया| दरअसल रजनी ने ऐसा अपने पिता जसमेर सिंह के सम्मान में किया, जो कि पानीपत के एक स्टॉल पर लस्सी बेचते हैं|
रजनी एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं| जब उन्होनें बॉक्सिंग करने की इच्छा अपने पिता को बताई, तो उनके पिता ने अपनी बीटिया रानी को बॉक्सिंग चैंपियन बनाने की हर मुमकीन कोशिश की| रजनी के पिता उनके और उनके भाई के उठने से पहले लस्सी बेचने चले जाते हैं| ख़ास बात ये है कि उनके पिता ने बॉक्सिंग के लिए उन्हें हरसंभव साधन उपलब्ध करवाए|
रजनी के मन में एक बेहतरीन बॉक्सर बनने की आग थी| घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिसके कारण उन्हें बॉक्सिंग की प्रैक्टिस पुराने ग्लव्स के साथ ही करनी पड़ी और उन्होनें हमेशा अपना पूरा फोकस बॉक्सिंग पर ही रखा|
बॉक्सिंग सीखने से लेकर गोल्ड मेडल जीतने तक का सफर रजनी के लिए आसान नहीं था| उन्हें कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा| उन्होनें ‘नेशन जूनियर कप’ सर्बिया में भी एक गोल्ड मेडल भी हासिल किया है| ये पहली बार था जब रजनी ने कोई विदेश यात्रा की| उन्होनें इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि वो एक बार विश्व चैंपियन मैरी कॉम से मिलना चाहती हैं| अंत में पीयेम मोदी ने जहां ‘मन की बात’ कार्यक्रम के ज़रिए रजनी को शुभकामनाएं दीं वहीं उनके माता-पिता को भी बधाई दी|
(हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं )