इस para-badminton player की कहानी inspire होने के लिए काफ़ी है
Shuttler Manshi Joshi की कहानी बहुत ही inspiring है। इस para-badminton player ने अपने सपने को सच करने के लिए सभी मुश्किलों से लोहा लिया है|
सात साल पहले, गुजरात based इस सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने मुंबई में एक रोड एक्सीडेंट में अपना एक पैर खो दिया था। हालांकि, उस एक्सीडेंट से Manasi ने हार नहीं मानी और वो अपने सपनों को पूरी शिद्दत से पूरा करने में लगी रहीं|
Manasi ने हाल ही में 2018 Thailand Para-Badminton International में women’s singles SL3 category में bronze medal जीता और वो अक्टूबर में जकार्ता में अपने Para Asian Games का debut कर सकती हैं|
सूत्रों से बात करते हुए, Manasi Joshi ने para-badminton player के रूप में अपनी जिंदगी में आने वाले challenges के बारे में बात की। उन्होनें कहा कि उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती खुद society है। उन्होनें कहा कि दुख की बात है कि कई लोग अभी भी para-athletes को lesser mortals मानते हैं, हालांकि देर से ही सही, उनके tribe ने highest level पर अच्छा performance दिया है|
मुंबई में एक्सीडेंट के बाद, Manasi को मुंबई के एक rehabilitation clinic से एक prosthetic leg मिला और उन्होनें various tournaments में compet करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें firmly believe है कि para athletes भी intelligent और knowledgeable होते हैं और highest level पर जीत हासिल करने के लिए young talents के लिए role-models बन सकते हैं| उन्होंने कहा कि वो अपनी training को एक best centre में enjoy कर रही हैं और ये Pullela Gopichand sir और PV Sindhu जैसे बाकि star players की तरह उनका morale बढ़ाने के लिए बहुत अच्छा है। वो अपनी training और progress का track रखने के तरीके से बहुत खुश हैं|
Manasi Joshi को बचपन से badminton पसंद था। उन्होंने 2015 से international events में compet करना शुरू किया। उनके sporting career में उस वक़्त turning point आया, जब उन्होंने 2015 World Championships में mixed doubles silver जीता। Manasi ने 2017 World Championships में bronze जीतने के बाद एक Spanish international event में gold जीतकर अपनी सफ़लता जारी रखी।
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