वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने Gurunaidu
Gurunaidu Sanapathi ने मैक्सिको के लियोन में आईडब्ल्यूएफ (अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ) में इतिहास रच दिया| वो विश्व युवा चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय वेटलिफ्टर बने| इस 16 साल के वेटलिफ्टर ने 55 किग्रा भार वर्ग में 230 किग्रा (104 किग्रा और 126 किग्रा) के कुल प्रयास के साथ सोने का तमगा जीता|
किसान के बेटे Gurunaidu Sanapathi को एक वक्त बड़ी मुश्किल से पेटभर खाना नसीब होता था| उनकी खोराक भी पूरी नहीं होती थी| पिता दूसरे के खेतों में काम करते थे| तमाम परेशानियों के बावजूद गुरुनायडू हार नहीं माने और अपने सपने का पीछा करते रहे| उनकी जिद ही थी कि आज वो मुश्किलों से लड़कर विश्व चैंपियन बन गए हैं| एशियाई युवा भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2020 के कांस्य पदक विजेता Gurunaidu Sanapathi शीर्ष पर रहे|
सऊदी अरब के अली मजीद 229 किग्रा (105 किग्रा और 124 किग्रा) दूसरे तथा कजाकिस्तान के येरासिल उमरोव 224 किग्रा (100 किग्रा और 124 किग्रा) तीसरे स्थान पर रहे| सनापति के अलावा भारत की सौम्या एस दलवी ने प्रतियोगिता के दूसरे दिन अपनी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। महाराष्ट्र की दलवी ने लड़कियों के 45 किग्रा में 148 किग्रा (65 किग्रा और 83 किग्रा) भार उठाकर फिलीपींस की रोज ए रामोस- 155 किग्रा (70 किग्रा और 85 किग्रा) तथा वेनेजुएला की केर्लिस एम मोंटिला – 153 किग्रा (71 किग्रा और 82 किग्रा) के बाद तीसरा स्थान हासिल किया|
इस स्पर्धा में भाग लेने वाली एक अन्य भारतीय खिलाड़ी आर भवानी 132 किग्रा (57 किग्रा और 75 किग्रा) के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ आठवें स्थान पर रही| भारत इस प्रतियोगिता में अब तक चार पदक जीत चुका है| प्रतियोगिता के पहले दिन आकांक्षा किशोर व्यावरे और विजय प्रजापति ने अपनी स्पर्धाओं में रजत पदक जीते थे|
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