Kanupriya 71 साल बाद बनी, PU की पहली woman president
पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में हुए छात्र संघ चुनाव 2018 में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई लड़की Panjab University Campus Students Council (PUCSC) के चुनाव जीतकर प्रेसिडेंट बनी है| आज तक, इससे पहले कभी भी PU में कोई भी लड़की प्रेसिडेंट नहीं बनी थी|
प्रेसिडेंट बनने वाली इस 22 साल की लड़की का नाम Kanupriya है| वो ‘Student For Society’ (SFS) की उम्मीदवार हैं, जिसमें उन्होंने भारी वोटों से जीत हासिल की है| इस चुनाव का रिज़ल्ट 6 सितंबर को declared किया गया था|
2083 वोट पाने वाले एबीवीपी के आशीष को हरा कर, Kanupriya ने 2802 वोट के साथ जीत हासिल की| यानी कि उन्होनें 719 वोट से जीत हासिल की| पंजाब यूनिवर्सिटी की स्थापना साल 1882 में लाहौर में हुई थी, लेकिन आजादी के बाद साल 1947 में ये यूनिवर्सिटी स्वतंत्र रूप से existence में आई थी| इसका मतलब ये कि आजादी के 71 साल बाद पहली बार इस यूनिवर्सिटी में कोई लड़की प्रेसिडेंट बनी है| कनुप्रिया पंजाब के पट्टी, तरनतारन की रहने वाली है और अभी M.Sc. Zoology की पढ़ाई कर रही हैं|
Kanupriya ने बताया कि यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों के लिए एक नोटिस लगाया गया था, जिसमें लिखा था कि कॉमन रूम, डाइनिंग हॉल या फिर हॉस्टल ऑफिस में जाने से पहले लड़कियों को सही कपड़े पहनने चाहिए, उसके बाद ही लड़कियाँ कमरे से बाहर निकल सकती हैं| वहीं अगर लड़कियां ड्रेस कोड follow नहीं करती थीं, तो उन्हें warning दी जाती थी और कहा जाता था ऐसा करना अनुशासन के खिलाफ है और इस पर जुर्माना लगाया जा सकता है|
जब Kanupriya ने यूनिवर्सिटी के सभी स्टूडेंट्स और स्टाफ संबोधित करते हुए, नोटिस वापस लेने के लिए वार्डन और छात्र कल्याण (महिला) के डीन के सामने डिमांड रखी और कहा अगर ऐसा नहीं होता है, तो स्टूडेंट्स उसे खुद हटा देंगे| जिसके बाद ये नोटिस वापस ले लिया गया|
Kanupriya ने कहा कि लड़कियों के लिए ‘ड्रेस कोड, हॉस्टल टाइम और हर वक्त रोक- टोक करना offensive और patriarchal mentality दिखाता है| ऐसे में पंजाब यूनिवर्सिटी में इन चीज़ों के लिए कोई जगह नहीं है| कनुप्रिया ने कहा कि 18 साल के लड़के को मैच्योर माना जाता है, ठीक उसी तरह 18 साल की लड़कियां भी equally मैच्योर हैं|
जीत हासिल करने के बाद जब एक इंटरव्यू में Kanupriya से पूछा गया अब यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए आगे का क्या प्लान है, तो उन्होंने कहा कि सोसाइटी का मॉडल यूनिवर्सिटी जनरल मीटिंग से चलेगा, वही उनका मॉडल है और उसी के आधार पर यूनिवर्सिटी की जो भी समस्याएं हैं, उन्हें resolve किया जाएगा| वहीं उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारे कंधों पर एक अहम जिम्मेदारी है और अब स्टूडेंट्स को decide करना है कि उनका समाज कैसा होगा इसलिए पढ़ाई के साथ- साथ समाजिक दिक्कतों पर भी ध्यान दें|
जब Kanupriya ने जीत हासिल करने के बाद कहा कि PU Students Union पर RSS का कोई नियम नहीं चलेगा| उन्होंने कहा आरएसएस-बीजेपी अन्य यूनिवर्सिटीज पर अपने नियम चला सकती है या उनके कामों में दखल दे सकती है, लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी पर शासन नहीं कर सकती|
(हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं )