Asian Games विजेता Harish घर चलाने के लिए बेचता है चाय
Asian Games 2018 में bronze medal जीतने वाले भारतीय Sepak Takraw टीम के मेंबर Harish Kumar अपने परिवार की मदद के लिए अपने पिता की दुकान में चाय बेचते हैं।
Harish Kumar ने कहा कि उनके परिवार में कई सदस्य हैं और आय बहुत कम है| वो अपने परिवार की मदद के लिए चाय की दुकान में अपने पिता की मदद करते हैं और हर दिन 2 बजे से 6 बजे के बीच चार घंटे अपनी practice को देते हैं| उन्होनें कहा कि भविष्य के लिए, वो अपने परिवार की मदद करने के लिए एक अच्छी नौकरी करना चाहते हैं|
अपने संघर्ष और Sepak Takraw game के साथ प्रारंभिक सहयोग के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होनें 2011 से इस खेल को खेलना शुरू कर दिया था। उनके कोच हेमराज उन्हें इस खेल में लाए| उन्होनें कहा कि वो टायर के साथ खेलते थे, जब उनके कोच हेमराज ने उन्हें देखा और उन्हें Sports Authority of India (SAI) से introduce करवाया| इसके बाद उन्हें monthly funds और kits मिलनी शुरू हुई| उनका कहना है कि वो हर दिन practice करते हैं और अपने देश के लिए और ज़्यादा awards लाने के लिए इसे जारी रखेंगे|
Harish की मां इंदिरा देवी ने भी उन समस्याओं के बारे में बताया जिनके साथ उन्होंने अपने बेटे को game खेलने के लिए support किया|
उन्होनें कहा कि उन्होनें अपने बच्चों को बहुत संघर्ष के साथ बड़ा किया है। उनके पति एक ऑटो ड्राइवर हैं और उनके पास एक छोटी चाय की दुकान है। उनका बेटा अपने पिता की मदद के लिए चाय की दुकान में भी काम करता है। उन्होनें कहा कि वो सरकार की बहुत आभारी हैं कि उन्होनें उनके बेटे को खाना और रहने के लिए जगह दी| साथ ही वो Harish के कोच हेमराज की भी बहुत आभारी हैं, जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए उनके बच्चे का support किया|
Harish के भाई धवन ने भी सरकार के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और अपने भाई के लिए सरकारी नौकरी के लिए अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि वो ऐसा समय था जब उनके पास उनके किराया चुकाने के लिए भी पैसा नहीं था। कोच हेमराज ने उनके भाई को ट्रेनिंग दी और उसे स्टेडियम में अड्मिट कराया। बाद में Sports Authority of India ने monthly finances और sports kits देकर उनका सपोर्ट किया| उन्होनें सरकार से आग्रह किया कि उनके भाई Harish को सरकारी नौकरी दें, ताकि वो अपने परिवार का सपोर्ट कर सके|
(हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं )