Manju Foujdar ने अपने wedding card में छपवाए traffic rules
भरतपुर में 29 साल की एक ट्रॅफिक-पुलिस सब इनस्पेक्टर Manju Foujdar की शादी 19 अप्रैल को है और उसने अपनी शादी के निमंत्रण पत्रों पर ट्रॅफिक-रूल्स प्रिंट करवाए हैं|
सब-इनस्पेक्टर Manju Foujdar, रोड accidents में अपने पिता और भाई दोनो को खो चुकी हैं| इन पर्सनल ट्रॅजेडीस ने उनके दिमाग़ में बहुत गहरा असर डाला और तभी उन्होनें यातायात जागरूकता फैलाने और रोड accidents में होने वाली मौतों को रोकने के लिए कसम खाई।
फौजदार ने कहा कि उन्होनें अपने पिता ईश्वर सिंह को 1 साल की उम्र में एक रोड आक्सिडेंट की वजह से खो दिया था| उसके बाद 2006 में उनके 17 साल केभाई देवेन्द्र सिंह की भी एक रोड आक्सिडेंट में मृत्यु हो गयी थी|
इन दोनों घटनाओं ने उनपर गहरा असर किया और फिर जब उन्हें traffic department में काम करने का मौका मिला तो उन्होनें लोगों को traffic rules के बारे में जागरूक करने का निर्णय लिया ताकि मूल्यवान ज़िंदगी को बचाया जा सके|
अपने बचपन के बारे में बताते हुए Manju Foujdar ने कहा कि उनके पिता की मृत्यु के बाद उनकी और उनके दो भाई-बहन की ज़िम्मेदारी उनकी माँ पर आ गयी, लेकिन उनकी माँ ने कभी अपनी आर्थिक स्तिथि को अपने बच्चों की पढ़ाई के बीच नहीं आने दिया|
2005 में कुम्हेर के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद भरतपुर के आरडी गर्ल्स कॉलेज से उन्होनें आर्ट्स में ग्रॅजुयेशन पूरा किया| उसके बाद 2009 में भरतपुर के मदर टेरेसा कॉलेज से उन्होनें अपना बॅचलर ऑफ एजुकेशन (BEd) पूरा किया|
उनकी बड़ी बहन रेखा फ़ौजदार, जयपुर पुलिस कमिशनर ऑफीस में क्लर्क हैं|
वो एक गवर्नमेंट जॉब चाहती थीं ताकि उनकी माँ का बोझ वो हल्का कर सकें, लेकिन उनका दिल हमेशा से पुलिस-डिपार्टमेंट में था क्यूंकी उनके पापा एक पुलिस-कॉन्स्टेबल थे|
कॉलेज के दिनों में जब वो अपने गाँव से भरतपुर के लिए पब्लिक-ट्रांसपोर्ट का सहारा लेती तीन तो उन्हें कई बार harassment का सामना करना पड़ता था| उन्हें याद है कि कैसे लड़के और आदमी उनपर कॉमेंट पास करते थे और वो कुछ नहीं कर पाती थीं| जब वह पुलिस-ऑफीसर बनीं तो उन्होनें women students को harass करने वाले आदमियों के खिलाफ़ action लेना शुरू कर दिया|
Manju Foujdar का कहना है कि उत्पीड़न कभी-कभी स्कूल छोड़ने वालों के लिए एक कारण बन जाता है| वो चाहती हैं कि लड़कियाँ पढ़ें ताकि वोअपने पैरों पर खड़ी हो सकें|
फ़ौजदार कहती हैं कि रोड आक्सिडेंट्स से रोज़ कई लोगों की मौत होती है क्यूंकी youths हेलमेट्स नहीं पहनते हैं और ना ही traffic rules फॉलो करते हैं|
भरतपुर के पाली गाँव के गवर्नमेंट स्कूलटीचर Harvir Singh से शादी करने जा रही सब-इनस्पेक्टर ने कहा कि लोगों को ये समझने की ज़रूरत है कि हेल्मेट ख़ुद की safety के लिए पहनना ज़रूरी है, ना कि सिर्फ़ ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगाए गए ज़ुर्माने से बचने के लिए|
Manju Foujdar की माँ राकेश देवी आज बहुत खुश हैं| वो कहती हैं कि उन्हें खुशी है कि उनकी बेटी अपने पिता के पदचिन्हों पर चल रही है और पुलिस-डिपार्टमेंट में रहते हुए लोगों की सेवा कर रही है|