Keshav Saran ने अपनी Chaupal class को बदला Inter college में
रामपुर में एक गांव की’चौपाल’ में कक्षाएं आयोजित करने के साथ शुरू हुआ एक शिक्षक की महान पहल से, 1,320 स्टूडेंट्स की संख्या वाले एक intermediate college की स्थापना की गयी है|
Keshav Saran ने 1971 में स्वार तहसील के तहत खरदािया गांव के Adult Education Centre में शिक्षक के रूप में अपना कैरियर शुरू किया था|
Saran, जो लगभग 70 साल के हैं, ने अपने घर के आस-पास ‘चौपाल’ में गांव के बच्चों के लिए classes चलाने का फैसला किया| उन्होंने 5-6 बच्चों के साथ अपना सफ़र शुरू किया|
लेकिन उनके पढ़ाने के तरीके से classes लोकप्रिय बन गयीं और कुछ ही महीनों के अंदर उनकी क्लासस की संख्या 150 हो गई।
प्रतिक्रिया से उत्साहित, उन्होंने ‘चौपाल’ classes को एक formal स्कूल में विकसित किया, जो कि 1 9 75 में 4 एकड़ कृषि भूमि पर बनाया गया था और जिसे एक जूनियर हाई स्कूल मान्यता भी प्राप्त थी।
उनके बेटे और बेटी, दोनों qualified टीचर, भी इस पहल में शामिल थे| 21 अन्य शिक्षण स्टाफ के सदस्यों के साथ, स्कूल को 2009 में इंटर कॉलेज की मान्यता प्राप्त हुई। Keshav Saran के संघर्ष और समर्पण के लंबे वर्षों के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में, इसका नाम केशव इंटर कॉलेज रखा गया|
संवाददाताओं ने बताया कि इस साल क्लास X और XII के examinations में 450 candidates अपीयर होंगें| वर्तमान में 1,320 स्टूडेंट्स ने स्कूल में enroll किया है, जिनमें 670 लड़कियां शामिल हैं|
Keshav Saran को उम्मीद है कि वह अपने इंटर कॉलेज को एक डिग्री कॉलेज में जल्द ही upgrade कर लेंगे। उन्होंने कहा कि उनका इन्स्टिट्यूट बड़े शहरों के छात्रों को भी आकर्षित करता है, क्योंकि highly-qualified teaching staff के बावजूद यहां फीस मामूली ही रहती है| Acting District Magistrate M P Singh ने Saran के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्टूडेंट्स को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और गांव के अन्य बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए|